रविवार, 22 मई 2011

क्यों हुई लापरवाही ?

आखिर क्यों हुई इतनी बड़ी लापरवाही... कौन है इसके लिए जिम्मेदार देखिए इस खास रिपोर्ट में। ROLL PKG

जिनका था नाम उन्होंने
कर दिया बदनाम

जो थे तेज तर्रार
वो हो गए सुस्त

सोए रहे अफसर

बेपरवाह रहे गृहमंत्री

देश होता रहा शर्मसार

VO-1… जिनके ऊपर देश की जिम्मेदारी है वो इतने लापरवाह हो गए हैं कि पूरी दुनिया में हमारी नाक कट रही है... पाकिस्तान को सौंपे गए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में जब पहली गलती सामने आई तो गृहमंत्री ने इसे बहुत हल्के में लिया...

BYTE— 1705 CHIDAMBARAM BYTE 11 (DURATION 23 SECOND)

VO-2 … लेकिन मामला बढ़ता देख उन्होंने इसकी जिम्मेदारी लेकर मामले को शांत करने की कोशिश की...

BYTE- 1805 CHIDAMBARAM BYTE ON MISTAKE 11

VO-3.. जिम्मेदारी लेने के बावजूद लिस्ट को पूरी तरह से दुरुस्त नहीं किया गया... एक एक कर लापरवाही की पोल खुलने लगी... अब तक मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शामिल 4 नामों गंभीर गलतियां सामने आई हैं... 4 में से 2 तो जेल में बंद है, एक जमानत पर रिहा है जबकि चौथे की मौत हो चुकी है... इतनी बड़ी गलती के बाद भी सीबीआई के अफसरों को छोटी सी सजा ही दी गई... एक इंस्पेक्टर को सस्पेंड और एसपी, डीएसपी का तबादला कर मामले को दबाने की कोशिश की... जब इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ तो आंतरिक सुरक्षा सचिव ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया...

BYTE- 2005 UK BANSAL BYTE ON CBI

आखिर कैसे हुई
ये गंभीर गलती ?

दुनिया के सामने
क्यों कटी नाक ?

VO-3… हम बार बार अंतर्राष्ट्रीय मंच पर मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों के पाकिस्तान में होने का मामला उठाते रहे हैं... इसके बावजूद पुख्ता सबूतों के आधार पर लिस्ट तैयार नहीं की गई... 93 ब्लास्ट के आरोपी फिरोज के पकड़े जाने के बाद इंटरपोल को इसकी जानकारी दे दी गई थी लेकिन सीबीआई को गिरफ्तारी की जानकारी ही नहीं लग पाई... ऐसा ही वजहुल, शाहिद और खाजा के केस में भी हुआ... दरअसल देश की सुरक्षा एजेंसियों, पुलिस और गृहमंत्रालय के बीच तालमेल की बेहद कमी का नतीजा है... मुंबई हमले के बाद तालमेल की इसी कमी को दूर करने के लिए National Investigation Agency का गठन हुआ... लेकिन ताजा मामले से ये साफ हो गया है तालमेल की कमी दूर करने में NIA भी फिसड्डी साबित हुई है।

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