रविवार, 20 नवंबर 2011

कैसे फूटा पाप का घड़ा?

वो दोनों हाथों से
बटोरता रहा नोट

लेकिन...

एक दिन खुल
गई उसकी पोल
VO-1… धर्म सिंह यूं तो एक साल पहले ही ड्रग कंट्रोलर बना था लेकिन इससे पहले वो सहायक ड्रग कंट्रोलर था... सहायक ड्रग कंट्रोलर रहते ही उसने धन बटोरने के सारे गुर सीख लिए थे... उसे बस एक मौके का इंतजार था... वो जैसे ही ड्रग कंट्रोलर बना... घूसखोरी में लिप्त हो गया... इनका काम तो दवा कंपनियों की गड़बड़ियों पर नजर रखने की थी लेकिन ये खुद ही गड़बड़ी करने लगा... ये दवा कंपनियों से घूस लेकर अपनी तिजौरी भरने लगा... लेकिन इसके साथ ही धर्म सिंह के पाप का घड़ा भी भरने लगा था... विजिलेंस विभाग को जानकारी मिली की ड्रग कंट्रोलर लाइसेंस रीन्यूअल के लिए घूस मांग रहा है... फिर क्या था धर्म सिंह के अधर्म की पोल खुल गई...
BYTE-
VO-2… धर्म सिंह घूस लेते पकड़ा गया... उसके घर की तलाशी ली गई तो सोने चांदी की मूर्तियां और सोने के सिक्के मिले... बात यहीं खत्म नहीं हुई... विजिलेंस विभाग को पता चला कि धर्म सिंह के नाम कई बैंकों में लॉकर भी हैं... जब लॉकर चाबी मांगी गई तो इसने चाबी खो जाने का बहाना बनाया... कानूनी कार्रवाई की धमकी देने पर इसने विजिलेंस विभाग को लॉकर की चाबी सौंप दी... अभी तो सिर्फ एक ही लॉकर खुला है... बाकी लॉकर्स में भी करोड़ों की संपत्ति का अंदाजा लगाया जा रहा है। फिलहाल धर्म सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

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