बुधवार, 2 नवंबर 2011

बिना पहिए के लैंडिंग

प्लेन हवा में ही चक्कर काटता रहा... 230 यात्रियों की जान अटकी हुई थी... तो वहीं पायलट की समझ में कुछ नहीं आ रहा था... हवा में ही प्लेन के तेल खत्म होने का खतरा भी बन गया था... फिर क्या हुआ... देखिए इस खास रिपोर्ट में। ROLL PKG
VO-1… वारसा के आसमान में ये विमान चक्कर लगाता रहा... पायलट को कोई रास्ता नहीं दिख रहा था... लोगों के होश उड़ गए थे... नीचे एयरपोर्ट पर भी लोग परेशान थे... सबके सामने एक ही सवाल था कि बिना पहिया खुले विमान की लैंडिंग हो तो कैसे... लेकिन आसमान में उड़ते रहना भी समस्या का हल नहीं था...

आसमान में चक्कर
लगाता रहा विमान

गियर ठीक करने की
कोशिशें होती रही बेकार

VO-2… बिना पहिये के लैंडिंग का मतलब था मौत को चुनौती देना... विमान में आग लग सकती थी... लोगों की जान जा सकती थी... लेकिन इंधन खत्म होने पर आसमान में कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था... आखिरकार एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने पायलट को एक बड़ा फैसला लेने को कहा... ये तय किया गया कि बिना पहिये के ही विमान की लैंड कराया जाएगा...

शुरू हुई एक खतरनाक
लैंडिंग की तैयारी

नहीं बचा था
कोई और रास्ता

VO-3… करीब एक घंटे हो चुके थे... विमान वारसा के ऊपर चक्कर लगा रहा था... नीचे आपात लैंडिंग की तैयारी चल रही थी... हवाई अड्डे को बाकी विमानों के लिए बंद कर दिया गया... आस पास की सड़कों को खाली करा लिया गया... हवाई पट्टी पर आग की लपटों को कम करने वाले रसायन का छिड़काव किया गया... पूरी तैयारी हो जाने के बाद विमान को लैंड करने की इजाजत दी गई...

बिना पहिए के
होने लगी लैंडिंग

रनवे पर घिसटता
चला गया विमान

VO-4… पायलट ने हिम्मत दिखाई और बिना पहिए के विमान को रनवे पर उतार दिया... अंदर बैठे यात्रियों की सांसें थमी थी... जैसे ही लैंडिंग हुई विमान रनवे पर घिसटता चला गया... HOLD… थोड़ी ही देर में विमान के एक इंजन से चिंगारी निकलने लगी... लेकिन तैयारी पूरी थी... फायर ब्रिगेड ने इस चिंगारी और धुएं पर काबू पा लिया... मुश्तैदी की वजह से एक बड़ा हादसा होते होते टल गया... किसी भी यात्री को चोट तक नहीं आई...

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