सोमवार, 14 जून 2010

सीनियर्स से नाराजगी में बनी गद्दार?

माधुरी गुप्ता को प्रमोट कर IFS अधिकारी बनाया गया था। लेकिन माधुरी गुप्ता को जो काम दिया गया था उससे वो खुश नहीं थी। उसे लगता था कि अब वो आगे नहीं बढ़ पाएंगी। बताया जा रहा है कि वो आगे बढ़ने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार थी। इससे पहले वो मलयेशिया समेत कई देशों में काम कर चुकी हैं। माधुरी गुप्ता दिल्ली में इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स में काम करती थी। इस दौरान भी वो अपने जॉब से खुश नहीं थी और पाकिस्तान जाने की जुगत में लगी रहती थी। 54 साल की माधुरी गुप्ता की उर्दू की बढ़िया जानकारी के चलते पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग में तैनात कर दिया गया। माधुरी गुप्ता भारतीय उच्चायोग के प्रेस और सूचना विभाग में काम करती थी। माधुरी गुप्ता अविवाहित थी औऱ अपनी जिंदगी को लेकर काफी निराश थी। वो तन्हा रहती थी। उसे अपने सुख दुख बांटने के लिए एक अदद साथी की तलाश थी। माधुरी गुप्ता अपनी तन्हाई को दूर करने के लिए गद्दार बन गई। बताया जा रहा है कि दुश्मन देश के जासूस से उसकी नजदीकियां बढ़ने लगी। वो भूल गई कि वो जो करने जा रही है वो सबसे बड़ा गुनाह है।

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