शनिवार, 18 जून 2011
बदजुबानी की जंग
भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दों से भटककर देश की दो बड़ी पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ बदजुबानी पर उतर आई है। कैसे ये नेता सारी जुबानी जंग में सारी सीमाओं को लांघ रहे हैं देखिए इस खास रिपोर्ट में। ROLL PKG
VO-1… देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनमत तैयार हो रहा है... लोग अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के उठाए मुद्दों को गंभीरता से ले रहे हैं... लेकिन अब भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को भटकाने के लिए देश की दो बड़ी पार्टियां बदजुबानी पर उतर आई है... बदजुबानी की जंग उस वक्त शुरू हुई जब सरकार की किरकिरी पर सुषमा स्वराज ने राजघाट पर डांस किया था... विपक्ष को ताली बजाता देख कांग्रेस तिलमिला गई और बीजेपी को नौटंकीबाजों की पार्टी तक कह दिया। कांग्रेस नेता यहीं नहीं थमे अब वे गांधी की समाधि स्थल को श्मशान घाट तक कहने से नहीं हिचक रहे।
BYTE- बी के हरिप्रसाद, कांग्रेस महासचिव(भूत प्रेतों की तरह राजघाट पर नाच हुआ। श्मशान में सुषमा स्वराज नाच रही थी। नितिन गडकरी नालायक और बीजेपी का जोकर है।)
VO-2… कांग्रेस का गुस्सा बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के उस बयान से भी भड़का था जिसमें उन्होंने कांग्रेस को ओसामा बिन लादेन से जोड़ दिया था।
BYTE- नितिन गडकरी, बीजेपी अध्यक्ष (कांग्रेस ओसामा बिन लादेन की औलाद है।)
VO-3… बदजुबानी की इस जंग में बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ मची है... राजघाट को श्मशाम घाट और सुषमा के डांस को भूतप्रेत का डांस कहने पर बीजेपी ने कांग्रेस को बेशर्म तक कह दिया...
BYTE- मुख्तार अब्बास नकवी, बीजेपी नेता (भ्रष्टाचार के डूबते जहाज पे बैठे ये कांग्रेसी भांड बेशर्म और बेहूदगी के जरिये अपने डूबते जहाज को और डूबा रहे हैं। इस तरह के बकवास, बेशर्मी और बेहूदगी की बात कांग्रेस सरकार को और महंगी पड़ेगी। आतंकियों की धुन पर नाचने वाली कांग्रेस और उसकी सरकार राष्ट्रवादियों द्वारा महात्मा गांधी की समाधि पर देशभक्ति के गाने और झूमने को गलत बता रहे हैं। ये गांधी की समाधि को श्मशान बता रहे हैं इसमें इनकी सोच दिखती है।)
FVO- बदजुबानी की इस जंग में नेताओं के भद्दे कमेंट से लाइव इंडिया इत्तफाक नहीं रखता है... हम ये बयान दिखाना भी नहीं चाहते थे, लेकिन सियासतदान किस तरह मुद्दों से भटककर बदजुबानी पर उतर आते हैं ये बताना हमने जरूरी समझा। खबर दिखाना इसलिए भी जरूरी था कि कहीं असली मुद्दा इस बदजुबानी की भेंट न चढ़ जाए।
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